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“66 साल के भारतीय पर्यटक श्री रोशनलाल अरोरा का पटाया, बॅंकॉक में देहांत.”

October 5, 2019

मुंबई में तिलक-नगर चेम्बुर के निवासी थे श्री रोशनलाल रुपचंद अरोरा. “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” कंपनी द्वारा आयोजित पर्यटन के लिए श्री रोशनलालजी ज्येष्ठ नागरिकों के एक समूह के साथ पटाया (बँकॉक) की यात्रा पर गए थे.

16 सितंबर, 2019 को श्री रोशनलाल जी के पुत्र श्री किशोर अरोरा को पटाया से फ़ोन आया कि उनके पिताजी को दिल का दौरा पडा है और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है.

यह खबर सुनकर श्री किशोर अरोरा परेशान और तनावग्रस्त हो गए. वे तुरंत मुंबई से पटाया के लिए विमान से रवाना हो गए. अगले दिन मेरे सहकारी श्री प्रकाश मेहताजी इसी संदर्भ में मुझे फ़ोन किया और श्री किशोर जी और उनके परिवार की की सहायता करने की बिनती की.

मैंने बिना समय गंवाए जिन व्यक्तियों से संपर्क किया वे थे ---

  1. थाईलॅंड में श्री किशोर अरोरा.
  2. श्री किशोर अरोरा के मुंबई में (नीलकंठ विहार, विराट नगर, कुर्ला टर्मिनस के सामने) उनके पडोसी श्री हितेश मेहता.
  3. “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” के अधिकारी.
  4. बॅंकॉक स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी श्री कोमल अग्रवाल.

श्री रोशनलाल अरोरा 15 ज्येष्ठ नागरिकों के एक समूह के साथ “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” के साथ बॅंकॉक पर्यटन के लिए गए थे. 16 सितंबर, 2019 को सुबह वे सभी पटाया पहुंचे. सभी सदस्यों ने दिनभर यात्रा का भरपूर आनंद लिया.

श्री रोशनलाल अरोरा थाईलॅंड के “पटाया पार्क” में अपने
साथियों के साथ पर्यटन का आनंद लेते हुए - 16 सितंबर 2019

16 सितंबर को रात को अचानक श्री रोशनलाल जी को जबरदस्त दिल का दौरा पडा. “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” के स्थानीय मार्गदर्शक (The local Guide) ने उन्हें पटाया के अस्पताल “पटाया मेमोरियल हॉस्पीटल” में भरती कराया.

इस संदर्भ में बॅंकॉक में भारतीय दूतावास के अधिकारी श्री कोमल अग्रवाल ने विस्तार से जानकारी भेजी--

  • वे स्वयं अस्पताल गए.
  • उन्होंने बताया की मरीज की हालत बहुत ही नाजुक है. किडनी काम नहीं कर रही हैं. मस्तिष्क बहुत कम काम कर रहा है. हृदय में रक्तप्रवाह 80% अवरुद्ध है और वे अवचेतन (coma) की अवस्था में हैं.
  • बीमा (Insurance) के संदर्भ में कार्यवाही चल रही है. अस्पताल के अधिकारी भारतीय बीमा कंपनी के संपर्क में हैं.
  • डायलेसिस के लिए बहुत बडी रकम की आवश्यकता होगी.

भारतीय दूतावास, बॅंकॉक के श्री कोमल अग्रवाल का संदेश

“वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” के श्री सुधीर पाटील जी ने इस घटना में समन्वय स्थापित करने में हमारी बहुत सहायता की. उन्होंने मुझे बताया की सुश्री इशिता शाह बीमा कंपनी के अधिकारियों से बात कर रही हैं और इस संदर्भ में संपूर्ण रुप से कार्यवाही करने की जिम्मेवारी उन्हें सौंपी गई है.

वीणा वर्ल्ड के श्री सुधीर पाटील का संदेश

मैं स्वयं और मेरे ऑफ़िस के सहकारी निरंतर रुप से श्री किशोर अरोरा (बँकॉक), श्री कोमल अग्रवाल (बँकॉक) और श्री हितेश मेहता (मुंबई) से संपर्क बनाए हुए थे. 20 सितंबर को श्री किशोर ने मुझे विस्तारपूर्वक जानकारी भेजी. उन्होंने लिखा --

  • 16 सितंबर, 2019 को वे बॅंकॉक पहुंचे.
  • उनके पिताजी की हालत बहुत ही नाजुक बनी हुई थी. उन्हें वहीं रुकना पडा.
  • पिताजी के इलाज के लिए आने वाले खर्चे को वहन करने में वे सक्षम नहीं थे.
  • उन्हें स्थानीय भाषा, स्थानीय नीयम और कानून तथा अन्य तकनीकी बातों के कारण परेशानी का सामना करना पड रहा था और उन्हें सहायता की आवश्यकता थी.

श्री किशोर अरोरा का संदेश

बॅंकॉक के भारतीय दूतावास ने अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट भेजा.

श्री रोशनलाल अरोरा का मेडिकल रिपोर्ट

इस संदर्भ में “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” द्वारा की गई सहायता और संवेदनशीलता सराहनीय थी. सुश्री इशिता, श्री किशोर, बँकॉक के दूतावास के अधिकारी और मुझसे निरंतर संपर्क बनाए हुए थीं.

वीणा वर्ल्ड, मुंबई की अधिकारी इशिता नाईक का संदेश

  • श्री किशोर अरोराजी इस परिस्तिथी में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे थे.
  • अस्पताल का बिल न चुकाने के कारण पटाया हॉस्पीटल ने (जहां उन्हें पहले भरती कराया गया था) उनके पिताजी का पासपोर्ट जप्त कर लिया था.
  • उन्हें वैद्यकीय बीमा और यात्रा बीमा के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी.
  • दोनों ही अस्पतालों द्वारा बिल चुकाने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा था.
  • उन्होंने कुछ लाख रुपए अपने मुंबई बॅंक अकाउंट से पटाया हॉस्पीटल के अकाउंट में जमा कराए थे.
  • अस्पताल के अधिकारियों ने उन्हें यह बताया था की इलाज का खर्चा 30 लाख रुपयों तक जा सकता है.
  • इस प्रकार की परिस्थिती में उनकी सहायता के लिए कोई नहीं था. वे अकेले थे.  

इस समस्या का समाधान खोजने के लिए हमें जिनकी सहायता की आवश्यकता थी, वे थे बॅंकॉक के भारतीय दूतावास के अधिकारी श्री कोमल अग्रवाल और श्री मिश्रा, “वीणा वर्ल्ड ट्रॅवल” के अधिकारी, “रिलायंस इंश्युरेंस” के अधिकारी और स्थानीय पुलीस के अधिकारी.

आखिर इंश्युरेंस कंपनी के अधिकारियों ने श्री रोशनलाल अरोराजी के इलाज के खर्चे के बिल “कॅशलेस” (Cashless) तरीके से चुकाने की मंजूरी दी.

21 सितंबर को आखिरकार श्री किशोर अपने पिताजी का पासपोर्ट “पटाया मेमोरियल हॉस्पीटल” से पुन: प्राप्त करने में सफ़ल हुए.

बॅंकॉक के भारतीय दूतावास द्वारा श्री रोशनलाल अरोराजी के निधन के बाद रद्द किए गए पासपोर्ट की कॉपी

परंतु इस दौरान श्री रोशनलालजी की तबीयत निरंतर रुप से बिगडती जा रही थी. डॉक्टरों ने यह सूचित किया की उनका अंत निकट है.

23 सितंबर सुबह 01.36 AM (22 सितंबर देर रात 01.36 बजे) यानी थाईलॅंड समय के अनुसार (02.13 AM – Thailand time) श्री किशोर ने मुझे बताया कि 02.13 AM को उनके पिताजी का देहांत हो गया.

श्री किशोर अरोरा का संदेश

भारतीय दूतावास के श्री कोमल अग्रवाल मुझसे निरंतर संपर्क बनाए हुए थे. आगे की कार्यवाही पूर्ण करने में उन्होंने अरोरा परिवार की बहुत सहायता की जो इस प्रकार थी -

  • हॉस्पीटल के कामॊं का निबटारा.
  • पोस्ट-मॉर्टम और पुलिस रिपोर्ट.
  • मृत्यु प्रमाण-पत्र
  • पासपोर्ट रद्द करना.
  • श्री रोशनलालजी का पार्थिव शरीर मुंबई भिजवाने की व्यवस्था करना.
  • परिजनों की यात्रा के टिकट की व्यवस्था और कार्गो द्वारा पार्थिव शरीर भिजवाने की व्यवस्था.

भारतीय दूतावास द्वारा जारी प्रमाण-पत्र

कार्यवाहक द्वारा प्रमाण-पत्र (Logistics Agency)

श्री कोमल अग्रवाल का संदेश

पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने के लिए मैंने थाईलॅंड और मुंबई के संबंधित अधिकारियों से बात की जिससे घाटकोपर के हिंदू शमशान भूमी में श्री रोशनलालजी का अंतिम संस्कार किया जा सके.

विभिन्न अधिकारियों को मेरे द्वारा भेजे गए पत्र

जब इस प्रकार की दुखद घटना होती है तो कई तरह के प्रमाण-पत्रों की आवश्यकता होती है. मेरे और श्री माईकल के बीच इस संदर्भ जो बात हुई वह इस प्रकार थी.

पार्थिव शरीर मुंबई भेजने के लिए आवश्यक प्रमाण-पत्र

एयर इंडिया के अधिकारी श्री मुकेश भाटिया जी को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनके सहयोग के कारण श्री रोशनलालजी का पार्थिव शरीर मुंबई वापस ला पाए.

श्री किशोर अरोरा का संदेश

मुंबई एयर-पोर्ट के GVK कंपनी के अधिकारी श्री रणधीर लांबा हमेशा इस तरह की घटनाओं के समय बहुत ही तत्परता से सहायता के लिए तैयार रहते हैं. इस समय भी उन्होंने पर्थिव शरीर मुंबई एयर-पोर्ट पर प्राप्त करते समय और उसे परिजनोंको सौंपते समय सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूरी करने में पूरी सहायता की.

GVK/मुंबई एयर-पोर्ट के अधिकारियों द्वारा सहयोग

23 सितंबर सुबह-सुबह लगभग 02.00 बजे श्री किशोरजी ने पटाया से अपने पिताजी के देहांत का दुखद समाचार मुझे दिया और 24 सितंबर देर शाम उन्होंने मुझे सूचित किया की वे मुंबई लौट आए हैं.

24 सितंबर मध्य रात्री को श्री रोशनलालजी का पार्थिव शरीर एयर इंडिया के विमान से मुंबई एयर-पोर्ट पहुंचा.

25 सितंबर को सुबह लगभग 11.30 श्री रोशनलालजी का घाटकोपर की शमशान भूमी में अंतिम संस्कार किया गया.