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दुबे परिवार को मिली फ़ॅमिली पेंशन 12 साल के बाद

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श्रीमान शिवजी दुबे ने अपनी उम्र के 60 साल 2008 में पूरे कर लिए थे. 1999 में “मॅग्नम सिल्क मिल” से “अनिवार्य-रुप से सेवा निवृत्त” (Comulsory Retirement) होने के पश्चात वे एक छोटी नौकरी कर रहे थे. मुंबई में NITIE के पास एक चाल में वे रहते थे. उनके पुत्र श्री अवधेश दुबे और वे स्वयं 1999 से पेंशन की राशी पाने के लिए प्रयत्नशील थे. पेंशन पाने के लिए उन्होंने बहुत से दफ़्तरों में चक्कर काटे पर उनके सभी प्रयत्न निष्फ़ल हो रहे थे.

  • श्री शिवजी दुबे सन 1982 से “मॅग्नम सिल्क मिल में कार्यरत थे.
  • सन 2016 से वे एक छोटी सी नौकरी कर रहे थे.
  • साठ साल की आयु पूरी होने के बाद अपनी प्रॉविडेंट फ़ंड की जमा राशी प्राप्त करने के लिए और अपनी पेंशन शुरु करवाने के लिए वे “प्रॉविडेंट फ़ंड कमिश्नर” के मुंबई स्थित ऑफ़िस में गए.
  • श्री शिवजी दुबे पी. एफ़. ऑफ़िस के चक्कर लगाते रहे और सन 2017 में उनका दु:खद निधन हो गया.
  • जून, 2018, में उनके परिवार को प्रॉविडेंट फ़ंड के पैसे मिल गए परंतु सन 2008 से प्रलंबित पेंशन की जमा राशी परिवार को नही सौंपी गई.
  • करीब 18 महिनों तक (डेढ साल) प्रॉविडेंट फ़ंड के कई दफ़्तरों के चक्कर लगाने के बाद अवधेश ने मुझसे मुलाकात की और एक आवेदन पत्र मुझे दिया.

अवधेश का निवेदन

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मैंने तुरंत ही पेंशन ऑफ़िस के संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें एक पत्र भेजा.

मेरे द्वारा पी. एफ़. कमिश्नर, कांदिवली को लिखा गया पत्र

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दिल्ली स्थित प्रॉविडेंट फ़ंड कमिश्नर के अतिरिक्त प्रॉविडेंट कमिश्नर (Additional Provident Fund Commissioner) श्री पंकज रमन ने मेरे पत्र का जवाब दिया.

दिल्ली स्थित अतिरिक्त पी. एफ़. कमिश्नर      श्री पंकज रमन का संदेश

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श्री रमन ने मुझसे अवधेश का फ़ोन नंबर मांगा और अवधेश को उनसे तथा संबंधित अधिकारियों से बात करने को कहा.

प्रॉविडेंट फ़ंड के मुंबई उप-नगरीय ऑफ़िस की सुश्री पूजा सिंह ने मुझे बताया कि वे स्वयं दुबे परिवार की पेंशन के काम के संदर्भ में प्रॉविडेंट फ़ंड के कांदिवली (मुंबई) ऑफ़िस के अधिकारियों और दुबे परिवार के साथ समन्वय बनाए हुए हैं.

मुंबई-पूर्व संभाग की पी. एफ़. कमिश्नर सुश्री पूजा सिंह द्वारा भेजा गया संदेश

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श्री पंकज रमन जी भी मुझे दुबे परिवार की पेंशन के संदर्भ में सभी गतिविधियों की जानकारी दे रहे थे.

ठाणे के पी. एफ़. कमिश्नर का संदेश

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अंत में मुंबई के प्रॉविडेंट फ़ंड के कमिश्नर ने मुझे सूचित किया की कांदिवली और ठाणे के प्रॉविडेंट फ़ंड ऑफ़िस में समन्वय के बाद अवधेश का पेंशन का दावा सही पाया गया है.

पेंशन ऑफ़िस ने 01-07-2008 से दुबे परिवार को फ़ॅमिली पेंशन मंजूर की थी. श्री शिवजी दुबे जी की पत्नी को पी. एफ़. कमिश्नर ने 23.09.2019 को पत्र लिखकर यह सूचित किया की 01.07.2018 से उन्हें पेंशन मिलनी शुरु हो जाएगी.

पी. एफ़. आयुक्त, ठाणे कार्यालय से शिवजी दुबे को भेजा हुआ पत्र

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28 सितंबर, 2019 को अवधेश ने मुझे बहुत ही हृदयस्पर्शी पत्र लिखा– “जो काम हम एक-डेढ साल तक कोशिश करके करा नहीं पाए, आप ने एक महिने में कर दिया. पेंशन चालू करने के लिए धन्यवाद, सर जी.”

अवधेश दुबे का संदेश

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अक्टूबर के पहले सप्ताह में पी. एफ़. कमिश्नर के ऑफ़िस से मुझे सूचित किया गया की पेंशन और बकाया राशी 134131.00 रुपए श्री शिवजी दुबे की विधवा पत्नी के बॅंक खाते में जमा करा दी गई है.

दिल्ली स्थित अतिरिक्त पी. एफ़. कमिश्नर श्री पंकज रमन का संदेश

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दुबे परिवार जैसे लोगों के छोटे से काम भी करने में जो समाधान मिलता है वही मेरे लिए प्रेरणा का स्त्रोत है.​